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कोमल है कमज़ोर नही…
वुमेंस डे की हार्दिक शुभकामनाएँ
रज़िया सुल्तान, नूरजहां, जहांआरा, चांद बीबी से लेकर बेग़म हज़रत महल तक वो मुस्लिम शहज़ादियां जिन्होंने अपने दम पर इतिहास लिखा, ख़ुद की अलग पहचान बनाई। और असरारुल हक़ के इस नज़म को 800 साल पहले हक़ीक़त में कर के दिखाया जो आज भी ज़्यादातर महिलाओं के लिए मुमकिन नही है।
तेरे माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिन
तू इस आँचल से इक परचम बना लेती तो और अच्छा होता…