लखनौती (तुर्क),गंगोह,सहारनपुर .
लखनौती (तुर्क),गंगोह,सहारनपुर .
लखनौती का इतिहास मुगल काल की गवाही दे रहा है। लखनौती मुगलों को भा गया था। सन 1526 ई. में बाबर यहां आया तथा यहीं इब्राहीम लोदी से मुठभेड़ हुई, तभी लखनौती की नींव पड़ी। यह तुर्कमानों के अधिकार मे था यहां 79694 बीघा में खेती होती थी तथा 17,96,058 दाम मालगुजारी वसूल होती थी। उसी समय लखनौती को बाबर ने अपने एक सिपहसालार को सौंप दिया था। उसके बाद ही यहां विभिन्न इमारतों का निर्माण हुआ। लखनौती में प्रवेश करते ही मुगल काल का किला आज भी विद्यमान है। बताते हैं कि अंग्रेजी शासन में इस किले पर अंग्रेज अधिकारी पोल साहब का कब्जा हो गया था। मुगल काल के हुजरे भी यहां कई स्थानों पर बने हैं। मिर्जा अरशद अब्बास लखनौती किले के वंशज हैं और अभी भी किले के अंदर ही रहते हैं ।