General Category

मुग़ल बादशाह जहांगीर ने आगरा की टकसाल में शुद्ध सोने के 1000 तोले के 2 विशाल सिक्के बनवाए थे.

मुग़ल बादशाह जहांगीर ने आगरा की टकसाल में शुद्ध सोने के 1000 तोले के 2 विशाल सिक्के बनवाए थे.
मुग़ल बादशाह जहांगीर ने आगरा की टकसाल में शुद्ध सोने के 1000 तोले के 2 विशाल सिक्के बनवाए थे. इनमें से 1000 मुहर का 1 सिक्का उन्होंने ईरान के राजदूत जमील बेग को तोहफ़े में दिया था. सन 1987 में दूसरे सिक्के को स्विटज़रलैंड में एक नीलामी में रखा गया था, जिसे एक अज्ञात व्यक्ति ने 1 करोड़ डालर में खरीद लिया था. इस सिक्के को नीलामी के लिए रखने वाला मुगलों का पुराना जागीरदार और हैदराबाद का अंतिम निजाम मुक्करम शाह था जो दीवालिया हो गया था. भारतीय इतिहासकारों के मुताबिक़, इन दोनों सिक्कों का वज़न 12-12 किलो था. सोने का इतना बड़ा सिक्का पहले कभी बना नहीं था. इस सिक्के का व्यास 21 सेमी है और इसे डिज़ाइन करने में सैकड़ों कारीगर लगे थे. इस सिक्के के बीच में मुग़ल बादशाह जहांगीर का नाम और ख़िताब अंकित है. इस पर ‘बा-हुक्म शाह जहांगीर याफ़्त सद ज़ेवर, बनाम नूरजहां बादशाह बेगम ज़र’ लिखा है.

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0