DANPUR ESTATE,BULANDSHAHAR दानपुर रियासत,बुलन्दशहर.
DANPUR ESTATE,BULANDSHAHAR दानपुर रियासत,बुलन्दशहर.
दानपुर ब्रिटिश भारत के दौरान एक जागीर थी, जिसका स्वामित्व लालखानी बडगुजर मुस्लिम राजपूत समुदाय के पास था। दानपुर प्रसिद्ध है विशाल किले के कारण। यह किला 405 वर्ष पुराना है। प्रताप सिंह के वंश में ग्यारहवें राजा लाल सिंह आए, जो सम्राट अकबर के पसंदीदा थे। सम्राट ने उन्हें राजा लाल खान की उपाधि से सम्मानित किया। इसलिए परिवार की इस शाखा को लालखानियों के नाम से जाना जाता है। राजा लालसिंह के पुत्रों में से एक सलबहन सिंह ने 1639 ई. में पहासू (सनद की प्रति प्राप्त की जा सकती है) के आसपास सम्राट शाहजहाँ द्वारा चौंसठ गांवों के स्वामित्व अधिकार प्राप्त किए। यह स्पष्ट नहीं है कि सलबहन सिंह ने इस्लाम अपनाया या उनके किसी बेटे ने, लेकिन उनसे लालखानी परिवार की मुस्लिम शाखा का उदय हुआ।
दानपुर गांव में आबादी के बीच खड़ा किला मुगलकाल का साक्षी है। किले के सात गुंबदों और महिला मस्जिद में मुगलकाल के कई इतिहास दर्ज हैं। किले की जमीन के अंदर से राजघाट गंगाघाट तक बनी करीब बीस किलोमीटर लंबी सुरंग राजा अनिराय समेत कई राजाओं की यादों को समेटे हुए हैं। इस ऐतिहासिक किले का निर्माण तत्कालीन राजा अनिराय ने हिजरी सन 1025 में करवाया था। राजा अनिराय शिकार खेलने के दौरान इस किले में रुककर आराम किया करते थे।
इस किले में चार मीनारें हैं, जो दूर से ही दिखाई देती हैं। एक बड़ा घंटाघर है, जिसमें चालीस मन का घंटा लगा था। हालांकि कुछ वर्ष पूर्व यह घंटा चोरी हो चुका है। किले का घंटा जब बजता तो आवाज 12 किमी तक सुनाई देती थी। किले के इस विशेष घंटे को लंदन से हाथियों द्वारा डिप्टी बजीर अली साहब लाए थे। किले में सात गुंबदों का भी अपना महत्व है और एक महिला मस्जिद आज भी मौजूद है। ऐतिहासिक किले की ख्याति फिल्मी दुनिया तक है। यहां डुप्लीकेट, मुगले आजम, मुजाहिदे आजादी अशफाक उल्लाह खां, बुलेट प्रूफ फिल्मों की शूटिग हो चुकी है।